हाल ही में OpenAI के चैटजीपीटी द्वारा फर्जी आधार और पैन कार्ड बनाने की क्षमता को लेकर चिंता जताई गई है। सोशल मीडिया पर कई उपयोगकर्ताओं ने दावा किया है कि AI आधारित चैटबॉट्स को प्रभावी प्रॉम्प्ट देकर नकली पहचान पत्र बनाए जा सकते हैं। हालांकि, चैटजीपीटी ने स्पष्ट किया है कि वह आधिकारिक दस्तावेज बनाने या संशोधित करने में सक्षम नहीं है और यह OpenAI की नीति और कानूनी दिशानिर्देशों के खिलाफ है।
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फर्जी आधार और पैन कार्ड बनाने का दावा
- सोशल मीडिया पर दावे:
कुछ उपयोगकर्ताओं ने चैटजीपीटी से नकली आधार और पैन कार्ड बनाने के स्क्रीनशॉट साझा किए। इन दस्तावेजों में फर्जी नाम, पता, और पहचान संख्या शामिल थीं, लेकिन इनमें कई त्रुटियां थीं, जैसे गलत टेक्स्ट और नंबर. - चैटजीपीटी का जवाब:
जब मनीकंट्रोल और अन्य प्लेटफॉर्म ने इसे ट्राई किया, तो चैटजीपीटी ने आधार या पैन कार्ड जैसे सरकारी दस्तावेज बनाने से इनकार कर दिया। उसने बताया कि यह प्रक्रिया कानूनी और नैतिक दिशानिर्देशों के खिलाफ है. - डेटा सुरक्षा पर सवाल:
कुछ उपयोगकर्ताओं ने सवाल उठाया कि AI मॉडल को आधार और पैन कार्ड के फॉर्मेट की इतनी सटीक जानकारी कहां से मिली। हालांकि, OpenAI ने आधार डेटाबेस तक किसी भी प्रकार की पहुंच होने से इनकार किया है.
फर्जी दस्तावेज की पहचान कैसे करें?
- सिक्योरिटी फीचर्स: असली आधार और पैन कार्ड में QR कोड, होलोग्राम, माइक्रोटेक्स्ट, गिलोश पैटर्न जैसे सुरक्षा फीचर्स होते हैं। नकली दस्तावेजों में ये फीचर्स अक्सर गायब होते हैं.
- डिटेल्स का मिलान: असली दस्तावेजों में सही फॉन्ट और भाषा होती है। नकली दस्तावेजों में अक्सर टेक्स्ट या डिज़ाइन में त्रुटियां होती हैं।
चिंताएं और समाधान
- साइबर अपराध का खतरा: फर्जी दस्तावेजों का उपयोग धोखाधड़ी में हो सकता है। इसलिए AI के उपयोग को विनियमित करने की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है.
- डेटा सुरक्षा: सरकारी पहचान पत्रों की जानकारी को सुरक्षित रखना बेहद जरूरी है ताकि AI मॉडल्स का गलत इस्तेमाल न हो सके.
FAQs
1. क्या चैटजीपीटी असली आधार या पैन कार्ड बना सकता है?
नहीं, चैटजीपीटी आधिकारिक सरकारी दस्तावेज बनाने या संशोधित करने में सक्षम नहीं है। यह OpenAI की नीति के खिलाफ है।
2. नकली दस्तावेजों की पहचान कैसे करें?
असली दस्तावेजों में QR कोड, होलोग्राम, और अन्य सुरक्षा फीचर्स होते हैं। नकली दस्तावेजों में ये अक्सर गायब होते हैं।
3. क्या AI आधारित फर्जी दस्तावेज साइबर अपराध को बढ़ावा दे सकते हैं?
हां, ऐसे दस्तावेज धोखाधड़ी में उपयोग किए जा सकते हैं। इसलिए AI तकनीक के उपयोग पर निगरानी जरूरी है।