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देश के बड़े शहरों में बढ़ती प्रॉपर्टी कीमतें: मध्यम वर्ग के लिए घर खरीदना मुश्किल
देश के प्रमुख शहरों जैसे मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और हैदराबाद में प्रॉपर्टी की कीमतें आसमान छू रही हैं। इन शहरों में एक घर की औसत कीमत 1.2 करोड़ से 1.5 करोड़ रुपये के बीच पहुंच गई है, जो मध्यम वर्ग के लिए घर खरीदना मुश्किल बना रहा है। शहरी परिवारों की औसत आय लगभग 7-8 लाख रुपये प्रति वर्ष है, जिससे घर खरीदने के लिए पर्याप्त बचत नहीं हो पाती है।
मुख्य समस्याएँ
- बढ़ती कीमतें: दिल्ली में 25 साल पुरानी सोसायटी में 2BHK फ्लैट की कीमत लगभग 1.7 करोड़ रुपये हो गई है, जो आधुनिक सुविधाओं से वंचित हैं।
- कम कमाई: परिवारों की आय का अधिकांश हिस्सा किराए, शिक्षा और दैनिक खर्चों में चला जाता है, जिससे घर खरीदने के लिए बचत नहीं हो पाती है।
- बिक्री में गिरावट: प्रॉपर्टी की बढ़ती कीमतों के कारण बिक्री में गिरावट आई है, जो मध्यम वर्ग के खरीदारों के लिए चुनौतीपूर्ण है।
अन्य शहरों की स्थिति
- कोलकाता और चेन्नई: इन शहरों में भी मध्यम वर्ग के खरीदार संघर्ष कर रहे हैं। एक सही स्थान पर 2BHK की कीमत 80 लाख से अधिक हो गई है।
- बेंगलुरु और दिल्ली-एनसीआर: इन शहरों में भी प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ रही हैं, जिससे मध्यम वर्ग के लिए घर खरीदना मुश्किल हो रहा है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और हैदराबाद में एक घर की औसत कीमत कितनी है?
इन शहरों में एक घर की औसत कीमत 1.2 करोड़ से 1.5 करोड़ रुपये के बीच है।
शहरी परिवारों की औसत आय कितनी है?
शहरी परिवारों की औसत आय लगभग 7-8 लाख रुपये प्रति वर्ष है।
घरों की बिक्री में कितनी गिरावट आई है?
प्रॉपर्टी की बढ़ती कीमतों के कारण बिक्री में गिरावट आई है, जो मध्यम वर्ग के खरीदारों के लिए चुनौतीपूर्ण है।