Green Revolution 2.0: ड्रैगन फ्रूट से करोड़पति किसान

ग्रीन रिवोल्यूशन 2.0: भारतीय कृषि में नई क्रांति

भारत में पारंपरिक फसलों और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर निर्भरता से हटकर किसान अब नई और लाभदायक फसलों की खेती कर रहे हैं। यह बदलाव न केवल किसानों की आय बढ़ा रहा है, बल्कि देश में “ग्रीन रिवोल्यूशन 2.0” की नींव भी रख रहा है।

ग्रीन रिवोल्यूशन 2.0 के प्रेरक उदाहरण

1. ड्रैगन फ्रूट की खेती (बिहार)

बिहार के पूर्णिया जिले के 26 वर्षीय सोनू ने मक्का छोड़कर ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू की। आज वे ₹150 प्रति किलो की दर से फल बेच रहे हैं और अपने साहसिक फैसले से लाखों रुपये कमा रहे हैं।

2. राजस्थान में सेब की खेती

सीकर जिले की संतोष देवी ने HRMN-99 वैरायटी के सेब उगाए। राजस्थान की गर्मी में भी उनके खेत ने सालाना ₹40 लाख तक की कमाई दी है।

3. थाई ग्वावा फैक्ट्री (मध्य प्रदेश)

विदिशा के विजय तिवारी ने थाई ग्वावा उगाकर प्रीमियम बाजारों में अपनी जगह बनाई। उनकी फैक्ट्री ने 2023-24 में 42 टन उत्पादन दिया, जिससे वे लाखों रुपये कमा रहे हैं।

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4. केसर की इनडोर खेती (अजमेर)

MBA ग्रेजुएट गुरकीरत सिंह ने कमरे में केसर उगाने का साहसिक कदम उठाया। पहली फसल में ही उन्होंने ₹30 लाख का निवेश वसूल किया और अब हर साल ₹60 लाख कमा रहे हैं।

MSP से बाहर निकलने का कारण

  • कम आय: भारतीय कृषि परिवारों की औसत मासिक आय ₹3,798 है, जो MSP पर निर्भरता से हटने का मुख्य कारण है।
  • नकदी फसलें: नई फसलें न केवल अधिक आय देती हैं, बल्कि जल संरक्षण और पोषण सुरक्षा में भी सहायक होती हैं।

सरकारी योजनाएं और सुधार

  • मिशन फॉर इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट ऑफ हॉर्टिकल्चर (MIDH) और नेशनल हॉर्टिकल्चर बोर्ड (NHB) जैसी योजनाएं किसानों को तकनीकी सहायता और वित्तीय मदद प्रदान कर रही हैं।
  • आवश्यक सुधार:
  • कोल्ड चेन का विस्तार।
  • अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन।
  • एयर कार्गो एक्सेस बढ़ाना।
  • मार्केटिंग और सप्लाई चेन का विकास।
  • किसानों को आधुनिक तकनीकों की ट्रेनिंग देना।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

ग्रीन रिवोल्यूशन 2.0 क्या है?

ग्रीन रिवोल्यूशन 2.0 भारतीय कृषि का एक नया चरण है, जिसमें किसान पारंपरिक फसलों से हटकर नकदी फसलों और आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर रहे हैं।

MSP पर निर्भरता क्यों कम हो रही है?

MSP पर निर्भरता से किसानों को कम आय होती है। नकदी फसलें अधिक लाभदायक होने के साथ-साथ जल संरक्षण और पोषण सुरक्षा प्रदान करती हैं।

सरकार किसानों को कैसे मदद कर रही है?

सरकार योजनाओं जैसे MIDH और NHB के माध्यम से तकनीकी सहायता, वित्तीय मदद, और मार्केटिंग सपोर्ट प्रदान कर रही है।

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