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मध्य प्रदेश में सरकारी नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी
हाल ही में मध्य प्रदेश में एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जहां ठगों ने 2972 पदों पर सरकारी नौकरी का झांसा देकर हजारों युवाओं को ठगा। यह फर्जी भर्ती आयुष विभाग के नाम पर की गई थी और आवेदन के लिए एक नकली वेबसाइट का लिंक दिया गया था।
धोखाधड़ी का तरीका
- फर्जी वेबसाइट और फेसबुक पेज:
- ठगों ने ‘ई औषधि मप्र’ नाम के फेसबुक पेज पर फर्जी विज्ञापन पोस्ट किया।
- एक नकली वेबसाइट का लिंक दिया गया, जो सरकारी वेबसाइट की तरह दिखती थी।
- पदों की जानकारी:
- स्टोर मैनेजर: 528 पद
- सहायक स्टोर मैनेजर: 988 पद
- डेटा एंट्री ऑपरेटर: 1456 पद
- आवेदन शुल्क:
- प्रत्येक आवेदन के लिए 500 रुपये का शुल्क रखा गया था।
सरकार की सफाई और जांच
- आयुष विभाग की सफाई:
- विभाग ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर बताया कि यह भर्ती पूरी तरह से फर्जी है।
- उन्होंने कहा कि जिस वेबसाइट पर आवेदन मंगवाए गए, वह उनकी आधिकारिक वेबसाइट नहीं है।
- पुलिस जांच:
- भोपाल पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है।
- पता लगाया जा रहा है कि फर्जी वेबसाइट किसने बनाई और ठगी की गई रकम कहां गई।
सावधानी के उपाय
- आधिकारिक वेबसाइट चेक करें:
- किसी भी सरकारी वैकेंसी की पुष्टि के लिए संबंधित विभाग की आधिकारिक वेबसाइट जरूर चेक करें।
- सोशल मीडिया पर सावधानी:
- फेसबुक या व्हाट्सएप लिंक पर भरोसा न करें।
- गूगल पर वेबसाइट का नाम सर्च करें ताकि पता चले कि वह फर्जी है या नहीं।
FAQs
1. मध्य प्रदेश में किस विभाग के नाम पर धोखाधड़ी हुई?
धोखाधड़ी आयुष विभाग के नाम पर हुई थी, लेकिन यह पूरी तरह से फर्जी थी।
2. कितने पदों के लिए फर्जी भर्ती की गई थी?
फर्जी भर्ती 2972 पदों के लिए की गई थी, जिनमें स्टोर मैनेजर, सहायक स्टोर मैनेजर और डेटा एंट्री ऑपरेटर शामिल थे।
3. इस धोखाधड़ी से कैसे बचा जा सकता है?
इससे बचने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी चेक करें और सोशल मीडिया पर दिए गए लिंक पर भरोसा न करें।