देश का पहला केबल रेल ब्रिज तैयार! हिमालय में विकास की नई कहानी

अंजी खड्ड रेल ब्रिज: भारत का पहला केबल-स्टे रेल पुल

अंजी खड्ड रेल ब्रिज, भारत का पहला केबल-आधारित रेल पुल है, जो जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित है। यह पुल उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) परियोजना का हिस्सा है और कटरा तथा रियासी को जोड़ता है। यह पुल भारतीय रेलवे की इंजीनियरिंग क्षमता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

पुल की प्रमुख विशेषताएं

  • लंबाई और ऊंचाई: पुल की कुल लंबाई 725.5 मीटर है, और इसका मुख्य पायलन 193 मीटर ऊंचा है, जो नदी तल से 331 मीटर ऊपर स्थित है।
  • डिजाइन: यह असममित केबल-स्टे पुल है, जिसे 96 हाई-टेंसाइल स्टील केबल्स का सहारा मिला है।
  • सुरक्षा: पुल को 213 किमी/घंटा तक की तेज़ हवाओं और विस्फोटों को सहने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
  • गति: इस पर ट्रेनें 100 किमी/घंटा की गति से चल सकती हैं।
  • तकनीकी चुनौतियां: पुल को हिमालयी पर्वतों की कठिन भूगोल और भूकंपीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।

महत्व और लाभ

अंजी खड्ड ब्रिज न केवल जम्मू-कश्मीर को पूरे भारत से जोड़ता है, बल्कि क्षेत्रीय पर्यटन, व्यापार और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देता है। इसके माध्यम से यात्रा समय कम होगा और व्यापारिक गतिविधियों में सुधार होगा।

FAQs

1. अंजी खड्ड ब्रिज कहाँ स्थित है?
यह जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित है और कटरा तथा रियासी को जोड़ता है।

2. अंजी खड्ड ब्रिज का निर्माण किसने किया?
इसका निर्माण हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी (HCC) द्वारा किया गया है।

3. क्या अंजी खड्ड ब्रिज पर ट्रेनों की गति सीमा निर्धारित है?
हाँ, इस पुल पर ट्रेनें 100 किमी/घंटा तक की गति से चल सकती हैं।

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यह पुल न केवल एक इंजीनियरिंग चमत्कार है, बल्कि भारत की आत्मनिर्भरता और तकनीकी ताकत का प्रतीक भी है।

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