गुब्बारे से गई जान: 8 महीने के बच्चे की दुखद कहानी

मध्य प्रदेश के शिवपुरी में दो दर्दनाक घटनाएं: अंधविश्वास और लापरवाही का शिकार हुए बच्चे

मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में हाल ही में दो दर्दनाक घटनाएं सामने आई हैं। पहली घटना में, एक तांत्रिक ने अंधविश्वास के चलते एक 6 महीने के बच्चे को जलाकर मार दिया, जबकि दूसरी घटना में एक 8 महीने के बच्चे की मौत गुब्बारा निगलने से हो गई। इन घटनाओं ने समाज में अंधविश्वास और लापरवाही के खतरों को उजागर किया है।

पहली घटना: तांत्रिक की क्रूरता

  • घटना का स्थान: शिवपुरी जिले के कोलारस के खैरोना गांव में।
  • क्या हुआ: एक तांत्रिक ने झाड़-फूंक के नाम पर 6 महीने के बच्चे को आग से जलाने की कोशिश की, जिससे बच्चे की आंखों की रोशनी चली गई और उसके गाल व होंठ जल गए।
  • परिणाम: इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई। पुलिस ने तांत्रिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

दूसरी घटना: गुब्बारा निगलने से मौत

  • घटना का स्थान: शिवपुरी के नए बस स्टैंड के पास।
  • क्या हुआ: 8 महीने का बच्चा खेलते समय एक गुब्बारा निगल गया, जो उसकी श्वास नली में फंस गया। इससे बच्चे की दम घुटने से मौत हो गई।
  • परिणाम: परिजनों ने प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराने की कोशिश की, लेकिन डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। वहां भी बच्चे को बचाया नहीं जा सका।
See also  पेट्रोल पंप पर इस नंबर को न भूलें! नहीं तो पछताएंगे

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

पहली घटना में तांत्रिक के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई?

तांत्रिक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

दूसरी घटना में बच्चे की मौत कैसे हुई?

बच्चे ने गुब्बारा निगल लिया, जो उसकी श्वास नली में फंस गया, जिससे दम घुटने से उसकी मौत हो गई।

इन घटनाओं से क्या सबक मिलता है?

इन घटनाओं से यह सबक मिलता है कि अंधविश्वास और लापरवाही से बचना चाहिए। बच्चों की सुरक्षा के लिए हमेशा सावधानी बरतनी चाहिए।

Leave a Comment