आर्मी भर्ती में फिजिकल टेस्ट अब आसान? सरकार का बड़ा ऐलान!

भारतीय सेना में भर्ती के लिए शारीरिक परीक्षण के मानदंड

भारतीय सेना में भर्ती प्रक्रिया में शारीरिक परीक्षण का महत्वपूर्ण स्थान है। यह उम्मीदवारों की शारीरिक क्षमता, सहनशक्ति और फिटनेस को परखने के लिए आयोजित किया जाता है। हाल ही में रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने स्पष्ट किया कि इन मानदंडों को सरल बनाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। इसके बावजूद, भारतीय सेना ने समय-समय पर भर्ती प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए बदलाव किए हैं।

शारीरिक परीक्षण के मुख्य मानदंड

भारतीय सेना में भर्ती के लिए शारीरिक परीक्षण निम्नलिखित मानदंडों पर आधारित होता है:

1. दौड़ (1.6 किमी)

  • ग्रुप 1: 5 मिनट 30 सेकंड तक (60 अंक)
  • ग्रुप 2: 5 मिनट 31 सेकंड से 5 मिनट 45 सेकंड तक (48 अंक)

2. पुल-अप्स (Beam Exercise)

  • ग्रुप 1: 10 पुल-अप्स (40 अंक)
  • ग्रुप 2: 9 पुल-अप्स (33 अंक)

3. अन्य परीक्षण

  • 9 फीट लंबी कूद और जिग-जैग बैलेंस टेस्ट: योग्य होना अनिवार्य है।

हाल ही में हुए बदलाव

भारतीय सेना ने अब कॉमन एंट्रेंस एग्जाम (CEE) को शारीरिक परीक्षण से पहले आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस बदलाव का उद्देश्य भर्ती प्रक्रिया को अधिक व्यवस्थित और पारदर्शी बनाना है। इसके अलावा, नए फिटनेस मानकों में “आर्मी फिजिकल फिटनेस असेसमेंट कार्ड” (APAC) का उपयोग शुरू किया गया है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

1. भारतीय सेना में दौड़ के लिए क्या समय सीमा निर्धारित की गई है?

भारतीय सेना में दौड़ की समय सीमा ग्रुप के आधार पर अलग-अलग होती है। ग्रुप 1 के लिए यह सीमा 5 मिनट 30 सेकंड और ग्रुप 2 के लिए 5 मिनट 45 सेकंड है।

2. क्या पुल-अप्स शारीरिक परीक्षण का हिस्सा हैं?

हां, पुल-अप्स शारीरिक परीक्षण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ग्रुप 1 के लिए 10 पुल-अप्स और ग्रुप 2 के लिए 9 पुल-अप्स करने होते हैं।

3. क्या भारतीय सेना ने शारीरिक परीक्षण मानदंडों को सरल बनाने का कोई प्रस्ताव दिया है?

नहीं, रक्षा राज्य मंत्री ने स्पष्ट किया है कि भारतीय सेना ने शारीरिक परीक्षण मानदंडों को सरल बनाने का कोई प्रस्ताव नहीं भेजा है।

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