IndiGo बनी दुनिया की सबसे वैल्यूएबल एयरलाइन! कैसे किया ये चमत्कार?

इंडिगो बनी विश्व की सबसे मूल्यवान एयरलाइन, डेल्टा एयरलाइंस को पछाड़ा: जानें पूरी डिटेल्स

भारत की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो ने इतिहास रच दिया जब वह बुधवार को मार्केट कैपिटलाइजेशन के मामले में विश्व की सबसे मूल्यवान एयरलाइन बन गई। हालांकि यह गौरव कुछ घंटों के लिए ही रहा, फिर भी यह भारतीय विमानन उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इंडिगो ने अमेरिका की प्रतिष्ठित डेल्टा एयरलाइंस को पीछे छोड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की।

रिकॉर्ड मार्केट कैप के पीछे के कारण

इंडिगो का शेयर मूल्य बुधवार को 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जिससे कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 2.01 लाख करोड़ रुपये (23.24 बिलियन डॉलर) तक पहुंच गया। इस दौरान डेल्टा एयरलाइंस का मार्केट कैप 23.18 बिलियन डॉलर था। हालांकि, मार्केट के बंद होने से पहले इंडिगो के शेयर में मामूली गिरावट आई और कंपनी का मार्केट कैप 23.16 अरब डॉलर पर आ गया, जिससे डेल्टा फिर से शीर्ष स्थान पर पहुंच गई।

एक युवा कंपनी की अभूतपूर्व सफलता

यह उपलब्धि विशेष रूप से उल्लेखनीय है क्योंकि इंडिगो ने अगस्त 2006 में ही अपना परिचालन शुरू किया था, जबकि डेल्टा एयरलाइंस 1925 से आकाश में उड़ान भर रही है। मात्र 18 वर्षों में, इंडिगो ने अपने मार्केट कैप को 7.72 अरब डॉलर से बढ़ाकर 23 अरब डॉलर से अधिक कर लिया है, जो पिछले 6 वर्षों की अद्भुत वृद्धि दर्शाता है।

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भारतीय आकाश पर इंडिगो का दबदबा

इंडिगो वर्तमान में भारतीय विमानन बाजार में 62% से अधिक हिस्सेदारी के साथ अग्रणी स्थान पर है। कंपनी के बेड़े में 2024 के अंत तक 437 विमान थे। टाटा समूह की एयर इंडिया ग्रुप लगभग 27% मार्केट शेयर के साथ दूसरे स्थान पर है, जिसके बाद आकासा एयर और स्पाइसजेट का स्थान है।

निवेशकों का बढ़ता विश्वास

इंडिगो की समय पर प्रदर्शन (OTP) रैंकिंग अन्य एयरलाइंस की तुलना में बेहतर रही है। पिछले वर्ष मई में, कंपनी का OTP 78.2% था, जो प्रतिद्वंद्वियों से अधिक था। कंपनी ने यात्रियों और निवेशकों दोनों का भरोसा जीता है, जिसका प्रमाण इसके शेयर मूल्य में वृद्धि से मिलता है। इस वर्ष अब तक, इंडिगो का शेयर 13.04% की वृद्धि दर्ज कर चुका है, जबकि बाजार में कई बार गिरावट देखी गई।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

इंडिगो की सफलता के पीछे कौन से प्रमुख कारक हैं?

इंडिगो की सफलता के पीछे कई कारक हैं, जिनमें लो-कॉस्ट बिजनेस मॉडल, उच्च ऑन-टाइम परफॉर्मेंस, युवा और ईंधन-कुशल विमानों का बेड़ा, कुशल परिचालन प्रबंधन और बढ़ते भारतीय विमानन बाजार में रणनीतिक विस्तार शामिल हैं। कंपनी ने लगातार यात्री अनुभव पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपनी सेवाओं में सुधार किया है।

इंडिगो के आगामी विस्तार योजनाएं क्या हैं?

इंडिगो ने अपने बेड़े के आधुनिकीकरण और विस्तार के लिए महत्वाकांक्षी योजनाएं बनाई हैं। कंपनी ने एयरबस से 500 से अधिक नए A320 परिवार के विमानों के लिए ऑर्डर दिया है, जो दुनिया के सबसे बड़े विमान ऑर्डरों में से एक है। इसके अलावा, कंपनी अंतरराष्ट्रीय मार्गों का विस्तार कर रही है और प्रीमियम सेवाओं पर भी ध्यान दे रही है।

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इंडिगो और डेल्टा एयरलाइंस के बीच प्रमुख अंतर क्या हैं?

इंडिगो और डेल्टा एयरलाइंस के बीच कई महत्वपूर्ण अंतर हैं। इंडिगो मुख्य रूप से एक लो-कॉस्ट कैरियर है जो भारतीय बाजार पर केंद्रित है, जबकि डेल्टा एक फुल-सर्विस प्रीमियम कैरियर है जिसका वैश्विक नेटवर्क है। इंडिगो अपेक्षाकृत एक युवा कंपनी है (2006 में स्थापित), जबकि डेल्टा लगभग एक शताब्दी पुरानी है (1925 में स्थापित)। इंडिगो का विकास आधुनिक भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास से जुड़ा है, जबकि डेल्टा ने समय के साथ विलय और अधिग्रहण के माध्यम से विकास किया है।

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