हार्ट अटैक से बचना है तो दूध छोड़ें! डॉक्टर की चौंकाने वाली सलाह

हार्ट अटैक और दूध के सेवन के बीच का संबंध एक जटिल विषय है, जिसमें कई कारक शामिल हैं। दूध में सैचुरेटेड फैट और लैक्टोज होता है, जो हृदय स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकता है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो आपको जाननी चाहिए:

दूध और हृदय स्वास्थ्य

1. सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल:
दूध, खासकर फुल फैट दूध, सैचुरेटेड फैट का एक स्रोत है, जो रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है। इससे हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है.

2. वजन और मोटापा:
दूध पीने से वजन बढ़ सकता है, जो हृदय रोग के लिए एक जोखिम कारक है.

हार्ट अटैक से बचने के लिए सुझाव

1. संतुलित आहार:
कम फैट वाले दूध या प्लांट-बेस्ड मिल्क का सेवन करें। प्रोसेस्ड फूड, रेड मीट, नमक और चीनी से परहेज करें.

2. नियमित व्यायाम:
रोजाना व्यायाम करें और स्ट्रेस मैनेजमेंट के तरीके अपनाएं.

3. फाइबर और ओमेगा-3 युक्त खाद्य पदार्थ:
फाइबर-रिच फूड्स, फल, सब्जियां और ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ाएं.


FAQs

1. क्या दूध पीने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है?
हां, दूध में सैचुरेटेड फैट होता है, जो हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, खासकर अधिक मात्रा में सेवन करने पर.

2. दूध का सेवन कितनी उम्र तक करना चाहिए?
दूध का सेवन मुख्य रूप से ग्रोइंग एज तक ही करना चाहिए, जैसे कि 18-19 साल तक। उसके बाद इसकी आवश्यकता कम हो जाती है.

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3. क्या प्लांट-बेस्ड मिल्क एक अच्छा विकल्प है?
हां, प्लांट-बेस्ड मिल्क जैसे सोया मिल्क, बादाम मिल्क, और ओट मिल्क कम फैट और कोलेस्ट्रॉल वाले होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं.

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