UPI ने तोड़ा रिकॉर्ड! डिजिटल-मोबाइल पेमेंट में बूम

डिजिटल पेमेंट और UPI की जबरदस्त वृद्धि

वित्त वर्ष 2025 में डिजिटल पेमेंट ट्रांजैक्शन ने भारत में नए रिकॉर्ड बनाए हैं। जनवरी तक, कुल डिजिटल ट्रांजैक्शन 18,120 करोड़ से अधिक हो गए, जिनकी कुल मूल्य ₹2,330 लाख करोड़ को पार कर गई। पिछले कुछ वर्षों में UPI ने डिजिटल पेमेंट के क्षेत्र में मुख्य भूमिका निभाई है और इसका योगदान कुल डिजिटल ट्रांजैक्शन का लगभग 70% है।

UPI की वृद्धि और प्रभाव

  • तेजी से बढ़ता उपयोग: वित्त वर्ष 2021-22 में 4,597 करोड़ UPI ट्रांजैक्शन से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 13,116 करोड़ ट्रांजैक्शन हो गए।
  • CAGR वृद्धि: UPI ने 69% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) दर्ज की।
  • व्यापक स्वीकृति: UPI का उपयोग छोटे विक्रेताओं से लेकर बड़े मॉल तक सभी स्तरों पर हो रहा है।

डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के कदम

  1. डिजिधन मिशन: सरकार ने डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए डिजिधन मिशन शुरू किया।
  2. प्रोत्साहन योजना: बैंकों और अन्य पार्टनर्स को प्रोत्साहित करने के लिए वित्त वर्ष 2021-22 से एक योजना लागू की गई।
  3. बैंकों की भागीदारी: UPI पेमेंट्स की पेशकश करने वाले बैंकों की संख्या वित्त वर्ष 2021-22 में 216 से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 572 हो गई।

डिजिटल पेमेंट के फायदे

  • सुविधा: रियल-टाइम इंटर-बैंक ट्रांजैक्शन।
  • सुरक्षा: पारदर्शिता और भरोसेमंद प्रणाली।
  • पहुंच: ग्रामीण भारत में भी व्यापक पहुंच।

FAQs

1. UPI का योगदान डिजिटल पेमेंट में कितना है?
UPI का योगदान कुल डिजिटल पेमेंट का लगभग 70% है।

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2. डिजिधन मिशन का उद्देश्य क्या है?
डिजिधन मिशन का उद्देश्य डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम को मजबूत करना और देश में कैशलेस अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है।

3. क्या UPI का उपयोग ग्रामीण क्षेत्रों में भी हो रहा है?
हाँ, UPI ने ग्रामीण भारत में भी अपनी पहुंच बनाई है और छोटे भुगतान के लिए व्यापक रूप से उपयोग किया जा रहा है।

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